पहली मुलाकात की छाप मानो जैसे सारी दीवारें तोड़कर दिल में उतर जाना चाहती थी। पहली मुलाकात की छाप मानो जैसे सारी दीवारें तोड़कर दिल में उतर जाना चाहती थी।
एक समोसे के पीछे, मैं उसका साधन था। एक समोसे के पीछे, मैं उसका साधन था।
नैनन से नैन मिले जैसे मिले कोई हमजोली, प्रेम प्रीत का खेल नहीं हृदय बात ही बोली नैनन से नैन मिले जैसे मिले कोई हमजोली, प्रेम प्रीत का खेल नहीं हृदय बात ही बो...
हर सांस का कतरा कतरा, अब गिरवी है तुम्हारे लिए हर सांस का कतरा कतरा, अब गिरवी है तुम्हारे लिए
किसी ने कहा तस्वीर वाली शख़्सियत का कुछ तो बखान करो तुम! किसी ने कहा तस्वीर वाली शख़्सियत का कुछ तो बखान करो तुम!
अब तो दिल ही नहीं कहता छोड़कर जाने का। जो इक मुलाकात में आहें भर बैठे।। अब तो दिल ही नहीं कहता छोड़कर जाने का। जो इक मुलाकात में आहें भर बैठे।।